Nutan Dubey

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लिखी गजल संवारा करते है...






लिख ग़ज़ल  साँवरा करते हैं  पलकों में... 
शब्दों शब्दों को आईने में उतारा करते हैं .... पलकों में... 
थकान इस कदर तमाम दिन का ..जाग थकान   मिटाया करते हैं ... पलकों में
जरा मोड़ पर ठहर जाऊं यूं शाम गुजार लूँ.... पलकों में..... 
तेरा साथ जो मिले रात यूं गुजार लूं..... पलकों में
देख आईने में निहार लूं तस्वीर तेरी यूं.... पलकों में. ... 
आईने में नहीं मिली तस्वीर तेरी दर्द जो बाट लूँ... पलकों में....... 
 अजनबी मेरी राहो से यूं गुजर गए.... 
क्यों तड़प हुई अजनबी तेरा नाम लेकर तुझे पुकार लूंँ...बसा लूं पलकों में

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10 Comments

Pyaari rachna 👍🌺

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Pankaj Pandey

22-Aug-2022 03:00 PM

Behtarin rachana

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shweta soni

22-Aug-2022 09:22 AM

बहुत सुंदर 👌

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